Bharat Ratna2024: महत्वपूर्ण एवं प्रबल व्यक्तित्वों को सम्मानित करने से देश में उज्ज्वलता और शक्ति का नया पृष्ठ”

भारत रत्न पुरस्कार क्या है?

Bharat Ratna2024

भारत रत्न भारतीय गणराज्य का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है
इतिहास और विकास: 1954 में स्थापित, यह पुरस्कार जाति, व्यवसाय, स्थिति या लिंग के भेदभाव के बिना, उच्चतम क्रम की असाधारण सेवा/प्रदर्शन की मान्यता में प्रदान किया जाता है।
लेकिन दिसंबर 2011 में, सरकार ने मानव प्रयास के किसी भी क्षेत्र को शामिल करने के लिए मानदंडों का विस्तार किया।

प्रथम प्राप्तकर्ता:

भारत रत्न के पहले प्राप्तकर्ता सी. राजगोपालाचारी, सर्वपल्ली राधाकृष्णन और सी. वी. रमन थे, जिन्हें 1954 में सम्मानित किया गया था।
हाल ही में, 2019 में, यह नानाजी देशमुख, भूपेन हजारिका और प्रणब मुखर्जी को प्रदान किया गया था।

किया इससे पहले तीन से अधिक व्यक्तियों मिला है ये सम्मान ?

भारत रत्न, भारत सरकार द्वारा प्रदान किया जाने वाला सर्वोच्च सिविल सम्मान है, जो उन व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है जो अपने क्षेत्र में अद्वितीय योगदान देते हैं। Bharat Ratna2024 से पहले तक कुल 48 व्यक्तियों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था, और इसमें साल 1999 का उल्लेखनीय है जब एक साल में चार लोगों को यह सम्मान मिला था। इस समय के लौटते हुए महत्वपूर्ण संदर्भों में, जयप्रकाश नारायण, प्रोफेसर अमर्त्य सेन, गोपीनाथ बोरदोलोई, और पंडित रवि शंकर को यह श्रेणी मिली थी।

इस विशेष घटना में, साल 1999 के एक समय में पांच व्यक्तियों को भारत रत्न से सम्मानित करने का एलान किया गया, यह अद्वितीय था जो इस पुरस्कार को लेकर सिरके में एक नया मील का पत्थर था। गृह मंत्रालय ने बताया कि वार्षिक पुरस्कारों की सीमा तीन तक हो सकती है, लेकिन इस अद्वितीय परिस्थिति में, इस सीमा को बढ़ाकर पांच तक कर दी गई थी। यह घटना भारत रत्न के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना रही, जो समाज में विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करती है।

भारत रत्न का प्रतीक-

मूल रूप में इस सम्मान के पदक का डिजाइन ३५ मिमि गोलाकार स्वर्ण मैडल था। जिसमें सामने सूर्य बना था, ऊपर हिन्दी में भारत रत्न लिखा था और नीचे पुष्प हार था। और पीछे की तरफ़ राष्ट्रीय चिह्न और मोटो था। फिर इस पदक के डिज़ाइन को बदल कर तांबे के बने पीपल के पत्ते पर प्लेटिनम का चमकता सूर्य बना दिया गया।

भारत रत्न को लेकर क्या कायदा हैं –

भारत रत्न पुरस्कार की संख्या एक साल में अधिकतम तीन हो सकती है, जैसा कि गृह मंत्रालय द्वारा उल्लेख किया गया है।
यह अनिवार्य नहीं है कि हर वर्ष भारत रत्न प्रदान किया जाए

ऐसा कोई लिखित प्रावधान नहीं है कि भारत रत्न केवल भारतीय नागरिकों को ही दिया जाना चाहिए।

यह पुरस्कार एक स्वाभाविक भारतीय नागरिक, एग्नेस गोंक्सा बोजाक्सीहु, जिन्हें मदर टेरेसा (1980) के नाम से जाना जाता है और दो गैर-भारतीयों – खान अब्दुल गफ्फार खान और नेल्सन मंडेला (1990) को प्रदान किया गया है।

भारत रत्न के लिए सिफारिशें भारत के प्रधान मंत्री द्वारा राष्ट्रपति को की जाती हैं।

पुरस्कार प्रदान किए जाने पर, प्राप्तकर्ता को राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक सनद (प्रमाण पत्र) और एक पदक प्राप्त होता है।

Bharat Ratna2024 हाल ही में भारत के राष्ट्रपति ने घोषणा की इस बार पाँच प्रमुख लोगों को भारत रत्न दिया जायेगा | कौन है पाँच लोग जिनको दिया जायेगा भारत रत्न |

 कर्पूरी ठाकुर कौन थे?

कर्पूरी ठाकुर जी भारत रत्न 2024

समाजवादी नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत Bharat Ratna2024से सम्मानित किया जाएगा।
कर्पूरी ठाकुर, जन्म: 24 जनवरी 1924, मृत्यु: 17 फरवरी 1988, भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, दो बार बिहार के मुख्यमंत्री,जिन्होंने 1970-71 और 1977-79 तक दो बार बिहार के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। उन्हें ‘जननायक’ कहा जाता है।”

इसलिये कहा जाता है जननायक –

जननायक कर्पूरी ठाकुर को “जननायक” कहा जाता है क्योंकि उनकी सामाजिक और राजनीतिक सेवा में उनकी उदारता, नेतृत्व, और लोकप्रियता ने उन्हें जनसेवा के अद्वितीय प्रतीक बना दिया। कर्पूरी ठाकुर ने अपने जीवन में सामाजिक न्याय और समरसता के प्रति अपना समर्पण दिखाया और उनके आदर्शों ने उन्हें जनता के बीच प्रिय बना दिया। इसी कारण, उन्हें “जननायक” कहा जाता है, जो एक समर्पित नेता और जनसेवक की श्रेणी में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है।

पीवी नरसिम्हा राव भारत रत्न 2024

 

Bharat Ratna 2024-भारत के पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव को शुक्रवार को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया। उन्होंने 1991 से 1996 तक प्रधानमंत्री के रूप में देश की नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अर्थव्यवस्था को नए आयाम देने में उनका योगदान अद्वितीय रहा।

उनके प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान, उन्होंने आर्थिक सुधार, निर्वाचन और सामाजिक बदलाव के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाए। उनकी नेतृत्व में व्यापक विकास योजनाएं और कई सुधार कार्यक्रमों ने देश को सशक्त बनाने का मार्ग प्रशस्त किया।

नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित करना उनके उद्दीपनकारी और सामर्थ्यपूर्ण नेतृत्व के लिए एक मुकाबले का परिचय है। उनका योगदान ने भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में एक स्थायी प्रभाव छोड़ा था|

चौधरी चरण सिंह

चौधरी चरण सिंह भारत रत्न 2024

Bharat Ratna2024-पूर्व pm ओर किसान नेता चौधरी चरण सिंह भारतीय राजनीति के प्रमुख व्यक्तित्वों में से एक थे, जो ग्रामीण और शहरी भारत के बीच अंतर को समझते थे। उन्होंने यह मानते थे कि ग्रामीण जनसमूह ही असली भारत का आधार हैं और उन्हें विकास का अधिकार होना चाहिए। उनका दृष्टिकोण भारतीय समाज के आदिवासी और किसानों के पक्ष पर था, और उन्होंने उनके हित में कार्रवाई की।

 मनकोम्बु संबाशिवन स्वामीनाथन

मनकोम्बु संबाशिवन स्वामीनाथन भारत रत्न 2024

Bharat Ratna2024 -प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 फरवरी को एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जिसमें उन्होंने प्रख्यात कृषिविज्ञानी और कृषि वैज्ञानिक, मनकोम्बु संबाशिवन स्वामीनाथन को भारतीय कृषि और किसानों के कल्याण में उनके अद्वितीय योगदान के लिए प्रतिष्ठित भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

लालकृष्ण आडवाणी

लाल कृष्णआडवाणी भारत रत्न 2024

Bharat Ratna2024-साल 1991 में, लालकृष्ण आडवाणी ने सोमनाथ से अयोध्या तक अपनी रथयात्रा शुरू की, जिसमें नरेंद्र मोदी को गुजरात चरण की तैयारी करने का कार्य सौंपा गया था। यह यात्रा महत्वपूर्ण थी, न केवल सांस्कृतिक दृष्टिकोण से बल्कि राजनीतिक दृष्टिकोण से भी। इसके परिणामस्वरूप, पीएम मोदी ने गुजरात का मुख्यमंत्री पद पर चयन होने का सौभाग्य प्राप्त किया, जिसने उन्हें राजनीतिक मंच पर आगे बढ़ने का मौका दिया। इससे आडवाणी के हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के आदान-प्रदान ने मोदी की नेतृत्व में एक नया दौर शुरू किया, जिसने बाद में उन्हें देश के प्रधानमंत्री के रूप में स्थापित किया।

https://youtu.be/FaLdEjmwIRs?si=4mQPv3Jmr6BiQVxC

अब तक दिए गए भारत  रत्न  की सूची –

S. No. Name Awarded In
1. Shri Chakravarti Rajagopalachari (1878-1972) 1954
2. Dr. Sarvapalli Radhakrishnan (1888-1975) 1954
3. Dr. Chandrasekhara Venkata Raman (1888-1970) 1954
4. Dr. Bhagwan Das (1869-1958) 1955
5. Dr. Mokshagundam Visvesvaraya (1861-1962) 1955
6. Pt. Jawaharlal Nehru (1889-1964) 1955
7. Pt. Govind Ballabh Pant (1887-1961) 1957
8. Dr. Dhondo Keshav Karve (1858-1962) 1958
9. Dr. Bidhan Chandra Roy (1882-1962) 1961
10. Shri Purushottam Das Tandon (1882-1962) 1961
11. Dr. Rajendra Prasad (1884-1963) 1962
12. Dr. Zakir Husain (1897-1969) 1963
13. Dr. Pandurang Vaman Kane (1880-1972) 1963
14. Shri Lal Bahadur Shastri (Posthumous) (1904-1966) 1966
15. Smt. Indira Gandhi (1917-1984) 1971
16. Shri Varahagiri Venkata Giri (1894-1980) 1975
17. Shri Kumaraswamy Kamraj (Posthumous) (1903-1975) 1976
18. Mother Mary Teresa Bojaxhiu (Mother Teresa) (1910-1997) 1980
19. Shri Acharya Vinoba Bhave (Posthumous) (1895-1982) 1983
20. Khan Abdul Ghaffar Khan (1890-1988) 1987
21. Shri Marudur Gopalan Ramachandran (Posthumous) (1917-1987) 1988
22. Dr. Bhim Rao Ramji Ambedkar (Posthumous) (1891-1956) 1990
23. Dr. Nelson Rolihlahla Mandela (1918-2013) 1990
24. Shri Rajiv Gandhi (Posthumous) (1944-1991) 1991
25. Sardar Vallabhbhai Patel (Posthumous) (1875-1950) 1991
26. Shri Morarji Ranchhodji Desai (1896-1995) 1991
27. Maulana Abul Kalam Azad (Posthumous) (1888-1958) 1992
28. Shri Jehangir Ratanji Dadabhai Tata (1904-1993) 1992
29. Shri Satyajit Ray (1922-1992) 1992
30. Shri Gulzarilal Nanda (1898-1998) 1997
31. Smt. Aruna Asaf Ali (Posthumous) (1909-1996) 1997
32. Dr. A.P.J. Abdul Kalam (1931-2015) 1997
33. Smt. Madurai Shanmukhavadivu Subbulakshmi (1916-2005) 1998
34. Shri Chidambaram Subramaniam (1910-2000) 1998
35. Shri Jayaprakash Narayan (Posthumous) (1902-1979) 1999
36. Professor Amartya Sen (b-1933) 1999
37. Lokpriya Gopinath Bordoloi (Posthumous) (1890-1950) 1999
38. Pandit Ravi Shankar (1920-2012) 1999
39. Sushri Lata Dinanath Mangeshkar (b-1929) 2001
40. Ustad Bismillah Khan (1916-2006) 2001
41. Pandit Bhimsen Gururaj Joshi (1922-2011) 2009
42. Prof. C. N. R. Rao (b-1934) 2014
43. Shri Sachin Ramesh Tendulkar (b-1973) 2014
44. Shri Atal Bihari Vajpayee (1924-2018) 2015
45. Pandit Madan Mohan Malaviya (Posthumous) (1861-1946) 2015
46. Shri Nanaji Deshmukh (Posthumous) (1916-2010) 2019
47. Dr. Bhupendra Kumar Hazarika (Posthumous) (1926-2011) 2019
48. Shri Pranab Mukherjee (b-1935) 2019

 

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