75th Republic Day 2024-मुख्य अतिथि के रूप में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन का चयन हुआ है, जो इस अवसर पर भारत के साथ दोनों देशों के बीचसंबंधों को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण मौका प्रदान करेगा। इस दौरान, परेड में भारतीय सेना की शक्ति, तकता, और सौंदर्यका प्रदर्शन होता है, जो देश की सुरक्षा और गर्व को दिखाता है। साथ ही, राज्यों की झाँकियों के माध्यम से देश की भौगोलिक औरसांस्कृतिक धरोहर को साझा किया जाता है।
गणतंत्र दिवस के इस विशेष अवसर पर देशवासियों को सांविदानिक मूल्यों, सामाजिक एकता, और सहयोग की महत्वपूर्णता कासमर्थन करने का भी अवसर मिलता है। यह दिन एक राष्ट्रीय एकता और समर्थन के माहौल को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण संदेशदेता है, जो सभी भारतीयों को एक साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
गणतंत्र दिवस का उत्सव देश भर में सभी वर्गों के लोगों के बीच एक आत्मीय और बंधुत्वपूर्ण माहौल पैदा करता है। इस दिन लोगधार्मिक और सामाजिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी भाग लेते हैं, जिससे राष्ट्रीय एकता और ब्रज़ बनी रहती है।
75th Republic Day 2024- इस साल की थीम-
75th Republic Day 2024-इस साल की थीम “विकसित भारत” और “भारत – लोकतंत्र की मातृका” ने दिखाया है कि देश विकास और लोकतंत्र के मूल मूल्योंपर केंद्रित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस थीम के माध्यम से देश को आत्मनिर्भर और समृद्धि की दिशा में बढ़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
सबसे पहले कब मनाया था गणतंत्र दिवस-
गणतंत्र दिवस, जिसे भारत में 26 जनवरी को मनाया जाता है, देश के संविधान की कड़ी में विशेष महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन, भारतीय गणराज्य की स्थापना हुई थी, और यह दिन स्वतंत्रता से पहले भी विशेष रूप से मनाया जाता था।
26 जनवरी का चयन कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में 1929 में किया गया था, जहां नेताओं ने स्वतंत्रता की मांग को मजबूती से प्रकटकिया था। इसका परिणामस्वरूप, इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में चयन किया गया, और 1930 में पहली बार इसे मनायागया।
गणतंत्र दिवस का सीधा संबंध संविधान बनाने के प्रयासों से है, जो 26 जनवरी 1950 को पूर्ण हुआ। इस दिन से पहले, भारत एकसंरचित संघ नहीं था, लेकिन इस दिन के बाद देश गणराज्य घोषित हो गया और संविधान लागू होने के साथ ही भारत गणराज्य बनगया।
इस दिन का चयन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारतीय संविधान के लागू होने की याद दिलाता है, जिससे देश को स्वतंत्रता के बाद एकसमर्थनीय संविधान मिला। गणतंत्र दिवस का उद्दीपन देशवासियों में राष्ट्रभक्ति और संविधानिक मूल्यों के प्रति समर्पण की भावनाको बढ़ाता है।
इस दिन का उत्सव देशभर में रंग–बिरंगा होता है, जिसमें स्कूल और कॉलेजों के छात्रों ने शानदार परेडों में भाग लेते हैं। विभिन्न राज्योंकी झाँकियों और संस्कृतियों का प्रदर्शन होता है, जिससे देश की विविधता और एकता का संदेश मिलता है।
किया किया कार्यक्रम होंगे इस साल-
75th Republic Day 2024-गणतंत्र दिवस के उत्सव में आम तौर पर राजपथ परेड, राजधानी दिल्ली में होती है, जिसमें भारतीय सेना, नौसेना, और वायु सेनाअपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करती हैं। इसमें विभिन्न सेना इकाइयों की शानदार प्रदर्शनी, संगीत बैंड्स, और विभिन्न राज्यों औरसंगठनों की झाँकियां शामिल होती हैं।
गणतंत्र दिवस की परेड भारत की सांस्कृतिक धरोहर, ताकत, और एकता का प्रतीक है। इसमें विभिन्न बृज, तालाब, औरपुरातात्विक स्थलों की झाँकियां शामिल होती हैं, जो देश की विविधता और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाती हैं।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी भाग लेने वाले लोगों के बीच एक अद्वितीय महत्वपूर्णता है। विभिन्न कला रूपों में प्रदर्शन, गीत–संगीत, और नृत्य कार्यक्रम लोगों को आपसी समर्थन और समरसता महसूस कराते हैं।
इस दिन राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ, स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है और देशवासियों को संविधानऔर गणतंत्र के मौलिक सिद्धांतों का महत्वपूर्ण समर्थन करने के लिए प्रेरित किया जाता है।
गणतंत्र दिवस का उत्सव देशभर में आम तौर पर स्कूलों, कॉलेजों, और समुदायों में भी धूमधाम से मनाया जाता है। लोग इस दिन कोस्वतंत्रता, समरसता, और एकता का संदेश देने का एक अच्छा मौका मानते हैं और इसे विभिन्न तरीकों से मनाते हैं।
इस अवसर पर लोग अपने घरों और समुदायों को सजाकर, तिरंगा फहराकर, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेकर यह दिनयादगार बनाते हैं। सामूहिक रूप से इस दिन की शुभकामनाएं एवं विशेष समारोह भी आयोजित किए जाते हैं।
इस प्रकार, गणतंत्र दिवस भारतीय जनता के लिए एक महत्वपूर्ण और गर्व से भरा उत्सव है, जो विभिन्न वर्गों में विशेष उत्साह औरउत्सवपूर्ण रूप से मनाया जाता है।